Class 10th Science VVI Subjective Question 2025: कक्षा दसवीं विज्ञान लघु उत्तरीय प्रश्न
Class 10th Science VVI Subjective Question 2025:
Q1. विद्युत शौक क्या अभिप्राय है
उत्तर :- जब हमारे शरीर कोई बिजली के नंगे तार से छू जाता है , तो हमारे शरीर और पृथ्वी के बीच विभावांतर पैदा हो जाता है जिसे हमें एक धक्का महसूस होता है | यह प्रतिक्रिया विद्युत शोक कहलाती है
Q2. विद्युत परिपथ के किसी भाग को सुधारने के लिए रबर के दस्ताने का प्रयोग किए जाते हैं, क्यों ?
उत्तर :- विद्युत परिपथ के किसी भाग को सुधारने के लिए रबर के दस्ताने का प्रयोग करने से तथा सूखी लकड़ी पर खड़ा होकर कार्य करने से झटका विद्युत स्रोत लगता है क्योंकि रबर तथा सूखी लकड़ी विद्युत के कुचालक होती है।
Q3. विद्युत चुंबकीय प्रेरण के उपयोग लिखिए |
उत्तर — विद्युत चुंबक के निम्नलिखित उपयोग है –
(a) इस विद्युत उपकरणों जैसे बिजली की घंटी पंखा रेडियो कंप्यूटर आदि में प्रयोग किया जाता है।
(b) विद्युत मोटर और जनरेटर के निर्माण या प्रयुक्त होते हैं।
(C) चुंबकीय पदार्थ को उठाने में इनका प्रयोग किया जाता है।
(D) अयस्कों में चुंबकीय और अनु चुंबकीय पदार्थ को अलग-अलग करने में इसका प्रयोग किया जाता है।
Q4 . ग्रीन हाउस क्या है इसके क्या हानियां होती है
उत्तर :- वायुमंडल में कुछ गैस जैसे CO2 की उपस्थिति में अवरक्त विकिरण आवेशित हो जाता है जबकि पराबैंगनी एवं देश प्रकाश सूर्य से वायुमंडल को पार करते हुए पृथ्वी तल पर पहुंचते हैं। पृथ्वी से पुणे उपार्जित अवरक्त विकिरण को ग्रीनहाउस गैस होना आवश्यक कर लेता है जिसे भूभाग का ताप बढ़ जाता है।
Q5. नाभिकीय ऊर्जा का क्या महत्व है ?
उत्तर :- नाभिकीय ऊर्जा भारी नाविक के परमाणु ( यूरेनियम प्लूटोनियम थोरियम ) की नाभिक पर निम्न ऊर्जा न्यूट्रॉन से बमबारी करने हाल के नाभिक को तोड़ा जाता है जिसमें विशाल मात्रा में ऊर्जा मुक्त होता है। यूरेनियम के एक परमाणु के विखंडन जो ऊर्जा मुक्त होती है वह कोयला के किसी कार्बन परमाणु के दहन में उत्पन्न ऊर्जा की तुलना में एक करोड़ गुना अधिक होता है। आता नाभिकीय विखंडन से अपार ऊर्जा प्राप्त की जाती है। अनेक विकसित और विकासशील देश नाभिकीय ऊर्जा से विद्युत ऊर्जा रूपांतरण कर रहे हैं।
Q6. सूर्य उदय तथा सूर्यास्त के समय वास्तव में के बीच के नीचे रहता है फिर दिखाई पड़ता है। क्यों ?
उत्तर :- शिल्पी किरण जब लगभग पूर्ण निर्वाण के वायुमंडल में प्रवेश करती है तो अपवर्तित हो जाती है। किरण का विस्थापन महत्व होता है जब किरण वायुमंडल की सतह पर लगभग पिसती आयतन पर करती है अर्थात जब किसी पर होता है। अपवर्तन के कारण नीचे की ओर मुड़ जाती है पुलिस स्टेशन अपनी वास्तविक ऊंचाई से अधिक दिखाई पड़ता है पुलिस ऑफ फल स्वरुप सूर्य उसे समय दिखाई भी देने लगता है जब वस्तु का स्थिति से थोड़ा नीचे होता है। इस प्रकार की ऊर्जा और सूरज के समय लगभग 4 मिनट बढ़ जाता है
Q7. चोर कुकर की संरचना एवं क्रियाविधि को समझाएं फुल स्टेटस के लाभ तथा इसकी सीमाएं लिखें ?
उत्तर :- काली सत्ह परावर्तक सतह की तुलना में अधिक उसका का अवशोषण करती है परंतु कुछ समय के बाद कई सात इस अवशोषित ऊष्मा का विकिरण प्रारंभ कर देती है। ऊष्मा की इनकम को रोकने के लिए काली पट्टी को किसी उसका रोधी बॉक्स में रखकर उसे कांच की पट्टी से ढक दिया जाता है। बॉक्स के अंदर की दीवार को काले रंग के पेंट कर दिया जाता है ताकि अधिकांश उसका अवशोषक हो सके तथा प्रवर्तन द्वारा ऊष्मा का नुकसान कम से कम हो सके।
ईश्वर कुकर को शोर प्रकाश में कुछ समय के लिए रखा जाता है तो इसकी अंदर रोनी करता और ऊर्जा को प्राप्त करने के पश्चात गर्म हो जाती है फुल एपिसोड अब यह सट्टा सिम उसका को अवरक्त किरण के रूप में छोड़ने लगते हैं परंतु ऊपरी सतह पर स्थापित कांच की प्रति विकिरण को बाहर नहीं जाने देती है। और ऊर्जा ग्रहण के क्षेत्र को बढ़ाने के लिए फास्ट में प्रवर्तक का उपयोग किया जाता है। इस कुकर का अंदर रूपी टापू से 3 घंटे में अवधि 100 डिग्री सेल्सियस से 140 डिग्री सेल्सियस तक हो जाता है और स्कॉर्पियो खाद्य पदार्थ को आसानी से पकाया जा सकता है |
सोर कुकुर के लाभ—
a. यह अपेक्षाकृत सस्ता होता है
b. यह दुआ उत्पन्न नहीं करता है
c. यह अन्य ईंधन जैसे लकड़ी कोयला इत्यादि की खपत को काम करता है |
सौर कुकर की सीमाएं (हानियां) –
a. इनका उपयोग केवल दिन में ही किया जा सकता है।
b. यह जर के दिन में और बादल से भरे आकाश वाले दिनों में भोजन बनाने में अधिक समय लेते हैं |
c. इनका उपयोग रोटी बनाने या कुछ टालने में नहीं किया जा सकता है।
Q8. तारे क्यों टिमटिमाते हैं।
उत्तर — तारों का टिमटिमाना वायुमंडल की असमानता के कारण होती है। वायुमंडल कभी शांत नहीं रहता। गम तथा ठंडी हवा हमेशा बहती रहती है। ठंडी हवा के अपेक्षा गर्म हवा का घनत्व कम और इसलिए अपवर्तन काम होता है। अतः तारों से किरणें जितने समय में प्रत्येक तक पहुंचती है उतने समय में वह किरण वायुमंडल में होने वाली परिवर्तन के कारण अलग-अलग मुड़ जाती है। कभी-कभी बीच के वायुमंडल में एकाएक परिवर्तन होने के कारण किरण एक विचलित हो जाती है जिससे प्रकाश परीक्षण से बहुत थोड़े समय के लिए अंततः या कभी-कभी पूर्णता कट जाता है इसी कारण तारे टिमटिमाते दिखाई देते हैं
Q9 व्याख्या करें कि ग्रह क्यों नहीं टिमटिमाते |
उत्तर -: घर आकर 19 कमाने का कारण यह है कि वे तारों की अपेक्षाकृत बहुत निकट है। तारों से आने वाले प्रकाश अनंत दूरी से आने के कारण बिंदु स्रोत से आता हुआ माना जा सकता है और इसलिए सैकड़ो की रंपुंज से अपवर्तन का प्रभाव आसानी से देखा जा सकता है। ग्रह को विस्तृत स्त्रोत का प्रकाश माना जाता है इसलिए किरण पुंज विस्तृत क्षेत्र में फैल जाता है ग्रुप से आने वाले प्रकाश हमारी आंखों पर एक तारों के प्रकाश की तुलना में बहुत-बहुत कौन बनाता है। आता है इसी करने का वायुमंडल में जो अपवर्तन होता है वह नग्नियां होता है इसी कारण गृह टिमटिमाते नहीं है।
Q10. वास्तविक प्रतिबिंब तथा आभासी प्रतिबिंब में अंतर क्या है ? उत्तर :-
वास्तविक प्रतिबिंब :- | आभासी प्रतिबिंब :- |
(1) यह वस्तु से आ रही प्रकाश की किरण के परावर्तन या अपवर्तन के बाद वास्तविक कटान से बनता है | यह वस्तु से आ रही प्रकाश की किरण के प्रवर्तक या अपवर्तन के बाद परस्पर अवश्य कटान से बनता है फुल | |
(2) इसे पर्दे पर प्राप्त किया जा सकता है। | इसे पर्दे पर प्राप्त नहीं किया जा सकता है | |
(3) यह दर्पण के आगे बनता है | यह दर्पण के पीछे बनता है। |
(4) यस्टरडे वस्तु की अपेक्षा उल्टा होता है | यह सदैव वस्तु का अपेक्षा सीधा होता है | |
Q. 11 प्रकाश का परावर्तन किसे कहते हैं | इसके नियमों को लिखें ?
उत्तर :- जयप्रकाश किसी कॉलेज की हुई या चमकदार सतह पर पड़ता है तो सत्ता से प्रकाश के एक निश्चित रूप से दिशा बदलने की घटना को प्रकाश का परावर्तन कहते हैं |
प्रकाश के परावर्तन के दो नियम है –
(a) आपतित किरण परावर्तित किरण और अपन बिंदु पर खींचा गया अभिलंब एक ही साल में होते हैं
(b) आपतन को परावर्तन कोण के बराबर होते हैं