Bihar Board 12th Biology VVI Short Question 2025: 12th Biology ( जीव विज्ञान) लघुउत्तरीय प्रश्न 2025
Bihar Board 12th Biology VVI Short Question 2025
1. राष्ट्रीय उद्यान वया है? इस पर संक्षिप्त नोट लिखें। (What is National Park? Write a brief note on it.)
उत्तर-राष्ट्रीय उद्यान एक सुरक्षित क्षेत्र है जो केन्द्र सरकार के सीधे नियंत्रण में होता है। इसमें संपूर्ण जंगली जीवन के कल्याण संबंधी गतिविधिसँ प्राकृतिक वास स्थल के रूप में होती हैं। ऐसे सुरक्षित क्षेत्र में सोती एवं वाणिकी जैसी गतिविधियों वर्जित होती है। भारतवर्ष में लगभग 100 राष्ट्रीय पार्क हैं जिनमें कुछ प्रमुख हैं-
(i) काजीरंगा राष्ट्रीय पार्क
(ii) मानस राष्ट्रीय पार्क
(iii) जिम कार्बेट नेशनल पार्क
2. सुरक्षित जैव मंडल संचय पर नोट लिखें। (Write a note on Biosphere reserve.)
उत्तर-सुरक्षित जैव मंडल विभिन्न उद्देश्य के लिए वैसा सुरक्षित क्षेत्र है जिसमें पारिस्थितिक प्रणाली के आनुवंशिकी विविधता का संरक्षण, वन्य आबदी, आदिवासियों के पारंपरिक जीवन-यापन के तरीकों तथा पालतू जानवरों एवं स्वदेशी पौधों के आनुवंशिक संसाधनों को संरक्षित किया जाता है।
प्रत्येक जैवमंडल संचय में निम्नांकित तीन क्षेत्र होते हैं-
(a) कोर क्षेत्र-जहाँ पर मनुष्य को कोई भी क्रियाकलाप करने की आज्ञा नहीं होती है।
(b) बफर क्षेत्र-इस दक्षेत्र में सीमित गतिविधियों होती है।
(c) पेरिफेरल क्षेत्र-यह बफर क्षेत्र के बाहर का क्षेत्र है जहाँ बिना क्षति पहुँचाये गतिविधि की अनुमति होती है।
3. चिपको आन्दोलन पर नौट लिखें।(Write a note on Chipko movement.)
उत्तर-वन संरक्षण तथा उनमें रहनेवाले पशुपक्षियों के संरक्षण के लिए उत्तरांचल के टिहरी गढ़वाल क्षेत्र में सुन्दरलाल बहुगुणा ने 1972 में एक आन्दोलन शुरू किया था जिसे चिपको आंदोलन का नाम दिया गया था। इसमें पेड़ों को काटने से बचाने के लिए गाँव के लोग पेड़ों से लिपट जाते थे। यह आन्दोलन बाद में वृहत रूप से चलने लगा। इस कारण से इसे चिपको आन्दोलन कहते हैं। 4.
4.वन्य जीव संरक्षण पर नोट लिखें।(Write a note on conservation of wild life.)
उत्तर- मानव द्वारा जैव मंडल के उपयोग के प्रबंध को संरक्षण कहते हैं जिससे कि वर्तमान पीढ़ी को अधिक से अधिक लाभ हो और आनेवाली पीढ़ी की आवश्यकताओं तथा आशाओं को पूरा करने की क्षमता हो। साथ ही जैव मंडल की शक्ति भविष्य की पीढ़ियों के लिए सुरक्षित रखी जा सके।
संरक्षण के लिए निम्नलिखित उपाय किये जा सकते हैं-
(i) प्राकृतिक आवास की सुरक्षा
(ii) शिकार करने पर रोक
(iii) पशुओं के धरने पर प्रतिबंध
(iv) निर्यात पर प्रतिबंध।
5. संकटग्रस्त जातियों पर नोट लिखें।(Write a note on Endangered species.)
उत्तर- इस श्रेणी में उन जातियों को रखा गया है जिनके विलुप्त होने का भय बना हुआ है और जिनका बथना कठिन है। ये स्पीशीज इसलिए संकटग्रस्त हो जाती हैं कि उनके प्राकृतिक आवास किन्हीं कारणों से बदल जाते हैं या विलुप्तता उत्पन्न करने वाले कारक पहले जैसे सक्रिय रहते हैं या स्पीशीज की संख्या क्रांतिक सीमा से भी कम रह गई हो।
6. आपत्तिग्रस्त स्पीशीज पर नोट लिखें।(Write a note on Threatened species.)
उत्तर-संकटग्रस्त और सुभेद्य (Vulnerable) दोनों ही श्रेणियों में रखे गए पशुओं और पौधों को आपत्तिग्रस्त स्पीशीज कहा जाता है। सुभेहा स्पीशीज में वैसे
पौधों का श्रेणी है जिनका निकट भविष्य में संकटग्रस्त स्पीशीज की श्रेणी में आने का भय बना रहता है।
7. जैव विविधता के हॉट-स्पॉट से क्या समझाते हैं? भारतवर्ष में पायी जानेवाली दो हॉट स्पॉट के नाम एवं उनकी विशेषताओं को लिखें। [2018A] (What is Biodiversity hotspot ? Write down the name and specialities of two such hot spots found in India.)
उत्तर- जैव विविधता के संदर्भ में तप्तस्थल की परिकल्पना नार्मन मेयर्स ने सन् 1988 में प्रतिपादित किया था। उनके मुताविक तप्त स्थल वे क्षेत्र है। जहाँ जैव विविधता समृद्ध व उच्च स्थानीय पादप एवं प्राणी जातियाँ जो मानवीय क्रियाकलापों द्वारा खतरनाक स्तर तक संकटग्रस्त स्थिति में पहुँच चुकी है। स्थानीय जाति-संख्या एवं चेतावी स्तर, जाति समृद्धता, समष्टि-वृद्धि दाब एवं वैकल्पिक क्रिया के आधार पर तप्त स्थलों का निर्धारण किया जाता है।
भारत में दो तप्त स्थल है-पश्चिमीघाट तथा पूर्वी हिमालयी क्षेत्र। अभी तक कुल 34 हॉट स्पॉट को सूचीबद्ध किया गया है जिसमें से 3 भारत एवं पड़ोसी देशों में हैं जो निम्नलिखित हैं- पश्चिमी घाट, इंडो-वर्मा क्षेत्र तथा इस्टर्न हिमालयी क्षेत्र। 8.
8. आनुवंशिक विविधता पर नोट लिखें। (Give an account of genetic diversity.)
उत्तर-यह किसी जीव में आनुवंशिक सूचनाओं के विभिन्न varieties को मापने की अवस्था है। आनुवंशिक सूचनाएँ गुणसूत्र में निहित होती है जे डी० एन० ए० में आनुवंशिक पदार्थ में सन्निहित होते हैं। DNA में विभिन्न Traits के लिए अलग-अलग gene होते हैं। प्रत्येक gene के एक या अनेक alleles होते हैं जो विभिन्न गुणों को प्रकट करते हैं। ऐसे जीनों की संख्या निम्न जीवों में कम होती है परंतु विकसित जीवों में अधिक होती है। जैसे वायरसों में 10 से 150 जीन, मागकोप्लाज्मा में 450 से 700 जीन, मनुष्य में 25000 से 30000 जीन होते हैं।
किसी प्रजाति में आनुवंशिक विविधता होती है aletes में अंतर के कारण, साथ ही संपूर्ण जीन एवं गुणसूत्र की रचना में फर्क के कारण। आनुवंशिक विविधता के द्वारा कोई समष्टि सामर्थ्य हो पाता है किसी वातावरण में रहने लायक अनुकूल विकसित कर। फलस्वरूप इससे Patency में भिन्नता आती है।
9. बड़ा स्थाने (ex sita) संरक्षण से क्या समझते हैं? (What do you understand by ex situ conservation ?)
उत्तर-इस संरक्षण में संकटोत्पन्न पादपों तथा जंतुओं को उनके प्राकृतिक आवास से अलग एक विशेष स्थान पर उनकी अच्छी देखभाल की जाती है और सावधानीपूर्वक संरक्षित किया जाता है। जंतु उछन, वनस्पति उद्यान तथा वन्य जीव सफारी पाकों का यही उद्देश्य है। ऐसे बहुत से जन्तु है जोकि वनों में विलुप्त हो गए हैं। लेकिन जंतु उत्तानों में सुरक्षित हैं। आजकल संकटोत्पन्न जातियों को परिब्द्ध घेरे में रखाने के बआए बाहा स्थाने (ex situ) संरक्षण दिया जाता है। अब संकटग्रस्त जातियों के युग्मकों को जीवित व जननक्षम स्थिति में निम्नताप परिक्षण (cryopreservation) तकनीकों द्वारा लंबे समय तक परिरक्षित किया जा सकता है। अंडों को पाने (in vitro) निषेचित किया जा सकता है और पादपों का ऊतकीय संवर्धन विधि द्वारा पूवर्धन किया जा सकता है।
10. स्वस्थाने (in situ) संरक्षण से क्या समझते हैं ? (What do you understand by in situ conservation ?)
उत्तर-स्वस्थाने में संकटापन्न जातियों को उनके प्राकृतिक आवास में सुरक्षित रखा आता है। जब संपूर्ण पारितंत्र को सुरक्षित तथा संरक्षित करते हैं
तब इसकी जैव विविधता के सभी स्तर भी संरक्षित तथा सुरक्षित हो जाते हैं। जैसे एक बाध को सुरक्षित रखने के लिए सारे जंगल को सुरक्षित रखना होता है। उसे स्वस्थाने (in situ) संरक्षण कहते हैं। जितने संरक्षण के साधन उपलब्ध हैं, उनसे सभी विलोपन से बचाने के लिए जितनी जातियाँ हैं उनको बचाना दूर की बात है। अतः भूमंडलीय सार पर अधिकतम सुरक्ष के लिए श्रेष्ठ संरक्षणविदों ने कुछ ‘जैवविविधता हॉट स्पॉट’ पहचाने हैं। । ये हॉट स्पॉट वे क्षेत्र होते हैं, जहाँ पर जातीय समृद्धि बहुत अधिक और उच्च स्थानिकता होती है। सर्वप्रथम 25 जैवविविधता हॉट स्पॉट चिह्नित किए गए, फिर इस सूची में 9 हॉट स्पॉट शामिल किए गए। इस प्रकार संसार में कुल 34 जैव विविधता हॉट स्पॉट है।
11. राष्ट्रीय वन-नीति पर नोट लिखें। (Write a note on National Forest Policy.)
उत्तर-वन-संरक्षण व वनाच्छादन के विस्तार और लोगों की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए बनों के प्रबंधन में लोगों की भागीदारी सुनिश्चित कराने के लिए तथा वन बँटवारे के आधार पर अवक्रमित वनों की सुरक्षा एवं पुनरुद्धार के लिए ग्रामीण समुदायों एवं स्वैच्छिक संगठनों की सहायता लेने के लिए इस नीति की घोषणा की गयी है।
प्रकृति और प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण के लिए अंतर्राष्ट्रीय संघ ने निम्नलिखित सिद्धांत बनाए है-
(1) वर्तमान तथा पूर्वकाल में पौधों का वितरण
(ii) पौधों की संख्या में कमी
(iii) स्पीशीज का जैवीय मूल्य
12. पशु-विहार / शरण स्थली क्या है? (What is sanctuary ?)
उत्तर- यह वह प्राकृतिक पर्यावरणीय क्षेत्र है जिसमें प्राणियों को सुरक्षित रखने का प्रबंध होता है तथा प्राणिजाति की रक्षा की जाती है। इसके साथ ही
निजी मालिकाना अधिकार तथा लकड़ी को काटना इत्यादि की मनाही की जाती है जिससे कि जन्तुओं को कोई हानि न हों। भारतवर्ष में कुल 448 वन्य- स्थली है जो देश के 2 प्रतिशत भू-भाग पर फैले हुए हैं। इसमें जानवरों को पकड़ने तथा उन्हें मारने एवं शिकार करने पर प्रतिबंध लगा रहता है।
13. सह-विलुप्तता पर नोट लिखें। (Write a note on Co-extinction.)
उत्तर-जब पौधे की एक प्रजाति विलुप्त होती है उस पर आधारित दूसरी जंतु व पादप प्रजातियों भी विलुत होने लगती हैं। उदाहरण के लिए, परागण
करने वाले कीट तथा परागित पौधे एक साथ विकसित होते हैं। यदि इनमें कीट या पौधा कोई भी विलुप्त हुआ तो दूसरा जीव भी विलुप्त होने लगता है।
सह-विलुप्तता का एक दूसरा उदाहरण है परपोषी मत्स्य जाति। इसके विलुप्त होने पर इस मछली पर आश्रित परजीवी भी प्रायः विलुप्त हो जाते हैं।
14. यूट्रोफिकेशन क्या है? पौधों तथा अंतुओं के जीवन पर ऐसे जल स्थानों का जहाँ सुपोषण हो, क्या असर पड़ता है?
(What is eutrophication ? What is effect on plants and animals in habiting in water body having eutrophication.)
उत्तर-पोषक पदार्थों की पर्याप्तता से उत्पादकता में वृद्धि को Eutrophication कहते हैं। सुपोषण (Eutrophication) जल में पोषक तत्त्वों की अधिकता है जिससे जल-स्थानों में जातियों की विविधता समाप्त हो जाती है। सुपोषण के कारण शैवाल की संख्या बढ़ जाती है, विशेषकर नीलरहित जीवाणु की।
15. व्याघ्र परियोजना (Tiger Project) पर नोट लिखें। (Write a note on Tiger Project.)
उत्तर- ‘प्रोजेक्ट टाइगर’ बाध को सम्मान देने का संकेत है क्योंकि बाघ भारतीय उपमहाद्वीप में जैव-विविधता का संकेत है। व्याघ्र परियोजना भारत सरकार द्वारा प्रायोजित योजना है जिसका मुख्य उद्देश्य भारत देश में बाधों की समुचित देखरेख द्वारा इसकी संख्या को बनाए रखना है। ऐसे स्थल जहाँ बाघों को प्राकृतिक रूप से संग्रह किया जाता है, Tiger reserve कहलाता है। वर्तमान में ऐसे Tiger reserve की संख्या 25 है जो प्रारंभ में सिर्फ 9 थी। इस reserve के द्वारा धीरे-धीरे बाधों की संख्या में वृद्धि होने लगी है। वर्तमान में बाधों की कुल संख्या (2006 की डाटा के आधार पर) करीब करीब 50,000 पहुँच गई है।
16. पवित्र उपवन (Mangroves) पर नोट लिखें। (Give an account of Mangroves.)
उत्तर-भारतवर्ष में सांस्कृतिक व धार्मिक परंपरा का इतिहास, जो प्रकृति की रक्षा करने पर जोर देता है। बहुत-सी संस्कृतियों में वनों के लिए अलग भू-भाग छोड़े जाते थे और उनमें सभी पौधों तथा वन्य जीवों की पूजा की जाती थी। इस प्रकार के पवित्र उपवन या आश्रय मेघालय की खास तथा जयंतियों पहाड़ी, राजस्थान की अरावली, कर्नाटक तथा महाराष्ट्र के पश्चिमी घाट व मध्यप्रदेश की सरगूंजा, चंदा व बस्तर क्षेत्र है। । मेघालय के पवित्र उपवन बहुत- सी दुर्लभ व संकटोत्पन्न पादपों की अंतिम वारणस्थली है। पवित्र उपवन में बढ़नेवाले पौधे Halophytes होते हैं। इनमें से बहुत से पौधे लवण ग्रंथि द्वारा लवण का स्रावण करता है पत्तियों की सतह से, जैसे-Avicennia 1
17. मृदा अपरदन और मरुस्थलीकरण पर नोट लिखें। (Write note on soil erosion and desertification.)
उत्तर-सबसे ऊपरी मृदा के उर्वर होने में सैकड़ों वर्ष लग जाते हैं लेकिन मनुष्य के क्रियाकलापों जैसे, अधिक खेती करने, अबाधित धराई, वनोन्मूलन और सिंचाई के घटिया तरीकों के कारण यह शीर्ष स्तर काफी आसानी से हटाया जा सकता है जिसके कारण शुष्क भूमि-खंड बन जाते हैं। कालांतर में जब ये भूमिखंड आपस में जुड़ जाते हैं तो मरुस्थल का निर्माण होता है। पूरे विश्व में यह माना जाता है कि मरुस्थलीकरण, खासकर बढ़ते हुए नगरीकरण के कारण, आजकल एक मुख्य समस्या है।