Class 12th Physics VVI Subjective Question 2025:Class 12th Physics लघु उत्तरीय एवं दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
Class 12th Physics VVI Subjective Question 2025 :-
(1) भंवर धाराओं से ट्रांसफार्मर में हानि तथा उसके बचने का उपाय लिखें ?
उत्तर :- ट्रांसफार्मर के फ्रेम में भंवर धाराएं की उत्पत्ति द्वारा ऊर्जा का उसका के रूप में बहुत रा हो जाता है। इस सरस को कम करने के लिए करोड़ अथवा फ्रेम को नरम लोहे के अकेले टुकड़े के रूप में नहीं लेते हैं। बल्कि नरम लोहे की कई पतली पतली पतलियों को वनिज द्वारा जोड़कर बनाते हैं। इस प्रकार की क्रोध पलटी क्रोध कहलाती है। लोहे के अकेले टुकड़े से बनी साधारण क्रोध में भंवर धाराएं टुकड़े के संपूर्ण आयतन में होती है। पलटी क्रोध में भंवर धाराएं प्रत्येक पलट के अलग-अलग बनती है। इस प्रकार इन धाराओं का पाठ लंबा हो जाता है उसे प्रतिरोध बढ़ जाता है। आता धाराएं चिन्ह हो जाती है तथा ऊर्जा ह्रास घट जाती है
(2) अर्धचालक क्या है
उत्तर :- चालक और चालक पदार्थ के अतिरिक्त कुछ पदार्थ ऐसे भी होते हैं जिनकी प्रतिरोधकता चालक और चालक पदार्थ की प्रतिरोधकता के बीच के क्रम की होती है। इस प्रकार के पदार्थ को अर्धचालक कहा जाता है सिलिकॉन जर्मेनियम तथा सेलेनियम महत्वपूर्ण अर्धचालक हैं।
(3) प्रकाश वर्ष क्या है
उत्तर :- अंतर्राष्ट्रीय खगोलीय संघ के अनुसार एक प्रकाश वर्ष वह दूरी है जो प्रकाश अपने निर्वात में एक वर्ष में पूरा कर लेता है। दूरी मापने की इकाई मुख्ता लंबी दूरियों यात्रा दो तारों के गैलेक्सी जैसे अंक खगोलीय वस्तुओं के बीच की दूरी मापने में की जाती है। या प्रतिक्रिया प्रकाश वर्ष कहलाता है
(4) कार्बन प्रतिरोध के कलर कोड से आप क्या समझते हैं
उत्तर :- इलेक्ट्रॉनिक के अधिकतर उपकरणों में कार्बन प्रतिरोध का उपयोग होता है। उनकी शक्ति सीमांक 1W या उसमें काम की होती है। क्योंकि इनका आकार छोटा होता है , इसके प्रतिरोध आर के मन को रंगीन संकेत या कलर कोड में चिन्हित किया जाता है
कार्बन प्रतिरोध के कलर कोडिंग के लिए रंगीन पत्तियां या धारी का उपयोग प्रचलित है। साधारणता इन धारी को कार्बन प्रतिरोध के ऊपर के कुचालक आवरण के बाय किनारे पर बनाया जाता है। सबसे बाय और की रंगीन धारी प्रतिरोध के संख्यात्मक मान का पहला अंक बनती है। उसके बगल की रंगतारी दूसरा अंक बनती है। तीसरा रंगदारी दशमलव गुणांक बनती है जिससे दो अंकों के बाद सुनने की संख्या ज्ञात होती है |
(5)आवृत्ति मंडुला क्या है
उत्तर :- रेडियो तरंग की आवृत्ति के ध्वनि संकेत के दाब परिवर्तन या चित्र की प्रकाश तीव्रता के अनुसार परिवर्तन ज्ञात करने के प्रतिक्रिया को आवृत्ति माड्यूलक कहते हैं।
इसमें माड्यूलक तरंग के वॉक तरंगों के साथ इन प्रकार अध्यारोपित किया जाता है कि परिणामी मंडोला तरंग की आवृत्ति मंडोलत तरंग के तात्कालिक मां के साथ बदलती रहती है, लेकिन मंडोलिन तरंग का आयाम एक कलवाहक तरंग जैसी परिवर्तन रहती है।
(6) फ्लेमिंग के बाएं हाथ का नियम लिखें
उत्तर:- किसी चुंबकीय क्षेत्र में स्थित धारावाही चालक पर क्रियाशील बाल की दिशा फ्लेमिंग के बाय हस्त के नियम अनुसार ज्ञात की जाती है इस प्रकार है कि या बाएं हाथ का अंगूठा तर्जनी तथा मध्यम अंगूरी परस्पर लंबाई फैलाई जाए और यदि मध्य की उंगली से धारा की दिशा एवं तर्जनी के चुंबकीय क्षेत्र भी की दिशा निरूपित हो तो अंगूठी के चालक पर लगने वाला बाल (F)की दिशा निरूपित होता है
(7) प्राथमिक और द्वितीय इंद्रधनुष में अंतर :-
उत्तर:- जब सूर्य का श्वेत प्रकाश वर्ष के दिन में वर्षा की बूंद पर पड़ता है तो कभी-कभी दर्शन को जिनकी पीठ सूर्य की और वह स्पेक्ट्रम के रंगों वाली सकेंद्रीय छपी दिखाई देती है। इन ही रंगीन छपन को इंद्रधनुष कहते हैं। प्राय इंद्रधनुष साथ दिखाई देता है एक दूसरे को ऊपर होते हैं। अंदर वाले इंद्रधनुष को प्राथमिक इंद्रधनुष तथा बाहर वाले इंद्रधनुष को द्वितीय इंद्रधनुष कहा जाता है। द्वितीय इंद्रधनुष की अपेक्षा प्राथमिक इंद्रधनुष अधिक चमकीला और छोटा होता है तथा इसका भीतर कर बेगानी और बाहरी कर लाल होता है। द्वितीय इंद्रधनुष में रंगों का क्रम प्राथमिक इंद्रधनुष में ठीक उल्टा होता
(8) परमाणु के बोर मॉडल की कमियां :-
उत्तर :- प्रमाणिक बोर मॉडल की निम्न कमियां है
(a) यह परमाणु में इलेक्ट्रॉन वितरण के साथ विषय में कोई विचार नहीं देता।
(b) स्पेक्ट्रेल रेखाओं की अपेक्षा तीव्रता के विषय में यह ज्ञात नहीं देता |
(c) या मंडल जटिल परमाणु एक से अधिक इलेक्ट्रॉन परमाणु के स्पेक्ट्रम को नहीं समझ सकता |
(d) यह मॉडल तरंग संख्या के विषय में कोई सूचना नहीं देता।
(8) बीटा (B) तथा लामबीडीए (Y) किरण की प्राकृतिक वर्णन करें
अल्फा किरण | बीटा किरण | गामा किरण |
(A) इसका परमाणु द्रव्यमान He परमाणु के द्रव्यमान के बराबर होता है | इनका द्रव्यमान इलेक्ट्रॉन के द्रव्यमान के बराबर होता है | इनका द्रव्यमान शून्य होता है |
(B) यह जिंक सल्फाइड प्लेट पर अत्यधिक प्रदीप उत्पन्न करती है। | यह जिंक सल्फाइड प्लेट पर अल्फा किरण सिक्किम प्रदीप उत्पन्न करती है | यह जिंक सल्फाइड प्लेट पर बहुत कम प्रदीप्त उत्पन्न करती है |
(C) अल्फा किरण धनावेशित कानों के होते हैं इस पर 3.2X10–¹9 C होता है | बीटा की रानी री आवेशित कण के होते हैं | गामा किरण विद्युत आवेशित कणों के होते हैं |
(D) उनकी वेतन क्षमता बीटा किरण से 1/10 गनी तथा गामा किरण से 1/10000 गुनी होती है | इसकी वेतन क्षमता अल्फा किरण से 1/100 गुनी होती हैं | उनकी वेतन क्षमता सबसे अधिक होती है अर्थात अल्फा कण से 100000 गुनी तथा 100 गुनी |
(9) नमन को को परिभाषित करें
उत्तर :- किसी स्थान पर पृथ्वी का परिणामी चुंबकीय क्षेत्र क्षेत्र क्षैतिज दिशाओं के साथ जो कौन बनता है उसे उसे स्थान की गति या नमन को कहते हैं
(10) प्रकाश के वर्ण विक्षेपण से क्या समझते हैं
उत्तर :- सर्वप्रथम न्यूटन ने 1666 में प्रिज्म द्वारा प्रकाश का विश्लेषण किया और बताया कि सूर्य प्रकाश सात रंगों से मिलकर बना है। जमशेद प्रकाश जैसे सूर्य के प्रकाश किसी प्रिज्म से होकर गुजरता है तब निर्गत किरण आधार की ओर मूर्ति है और उसमें सात रंग दिखाई पड़ते हैं इस रंगों के कारण प्रकाश अलग-अलग हो जाने की क्रिया वर्ण विक्षेपण कहते हैं। स्वीट प्रकाश अगर लिखित सात रंग में बांटा जाता है बेगानी जमुनी लीला हरा पीला नारंगी तथा। बैगनी रंग प्रिज्म के आधार की ओर लाल रंग सबसे ऊपर की ओर होता है। अंग्रेजी में इन्हें सात रंग को (VIBGYOR) सूचित किया जाता है